इलहाबाद /झाँसी अजय वर्मा हत्याकाण्ड के आरोपी सरदार सिंह गुर्जर की गिरफ्तारी न होने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज 13 जुलाई को ए.डी.जी लॉएन ऑर्डर, आई.जी कानपुर जोन ,डी.आई.जी झाँसी मंडल, और एस.एस.पी झाँसी , को तलब किया है। कोर्ट ने इस मामले में कई बार आदेश के बाद भी गिरफ्तारी न होने पर फटकार लगाई स्पष्टीकरण मांगा है। झाँसी एस एस पी ने एफिडेविड देते हुए कोर्ट से समय माँगा इस पर कोर्ट ने सभी पुलिस अधिकारियो को अलग अलग एफिडेविट देने को कहा , इसके उपरांत माननीय कोर्ट ने अंतिम समय देते हुए 8 अक्टूवर तक का समय दिया
गौरतलब है कि कई मामलों में सरदार सिंह वांछित चल रहा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट में चल रहे राज्य सरकार बनाम रावराजा सहित अन्य 20 के मामले में पुलिस अधिकारियो को व्यक्तिगत तौर पर तलब कर लिया है।
पुलिस अभिरक्षा से फरार ढाई लाख रुपये के इनामी सरदार सिंह गुर्जर की तलाश में जंगलों की खाक छान रही पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर लखनऊ से आई एसटीएफ टीम ने फिर से जिले में डेरा डाल लिया है।
आजीवन कारावास सजायाफ्ता सरदार सिंह गुर्जर 29 मार्च 2011 को दतिया की कोर्ट में पेशी पर आने के बाद कसबा थरेट से पुलिस को चकमा देकर भाग निकला था। तभी से पुलिस टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं, मगर अभी तक उसके गिरेबां तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच सके हैं। इनामी पर दबाव बनाने के लिए पुलिस उसके एक दर्जन चुनिंदा सह अपराधी, शरणदाता, सगे संबंधी नीरज कुशवाहा, अरविंद खंगार, संगीता, प्रकाश अहिरवार, गजेंद्र गुर्जर, भोला गुर्जर उर्फ भुल्लू, सिरनाम, मान सिंह, मातादीन, भांजे शैलेंद्र व बहनोई जनवेद सिंह गुर्जर को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है।
पुलिस सूत्रों पर यकीन करें तो पूर्व में आई एसटीएफ ने सरदार की सटीक सुरागकशी कर ली थी, मगर खाकी की मुखबिरी पर वह भाग निकला। वहीं, सरदार की गिरफ्तारी को लेकर दायर याचिका पर हाईकोर्ट न सिर्फ जिले बल्कि प्रदेश स्तर के उच्चाधिकारियों को तलब कर चुका है, मगर कोई भी उसका सुराग नहीं लगा पा रहा है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि फिर से इनामी की तलाश में एसटीएफ ने जिले में डेरा डाल लिया है।
कई जिलों में चल रही छापेमारी
सरदार की तलाश में जुटी टीम मध्यप्रदेश के कई जिलों में संभावित स्थानों पर छापे मारी कर रही है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि विगत दिवस ग्वालियर के एक स्थान पर छापेमारी करके पुलिस टीम ने सरदार के एक नजदीकी रिश्तेदार को हिरासत में लिया है। पुलिस उससे पूछताछ करके सरदार सिंह के बारे में सुरागकशी कर रही है, मगर वह सरदार के बारे में अनभिज्ञता जता रहा है।